7 तरीके खूद को work के लिए motivate करने के लिए
24 घंटे मोटीवेट कोन नहीं रहना चाहता | कुछ time के लिए आप खूद को motivate महसूस करते है और इसके बाद कोई मुसीबत आते है demotivate हो जाते है |
ऐसा ही होता है ना आपके साथ ✅ वैसे सच कहू तो ये एक आम बात है और ये सभी के साथ होता है मेरे साथ भी होता है |
पर मैं अगर किसी काम की वजह से निराश हो जाता हु या कह लीजिए की डर जाता हु तो क्या करता हु मैं वही आज के ब्लॉग में बताने जा रहा हु |
- बिल्कुल मत सोचिए की ये काम मुश्किल है |
मैं काम के लिए खूद को हमेशा motivateबनाए रखने के लिए सिर्फ एक बात ध्यान रखता हु की जो काम मुझे दिया गया है या मैं वो काम कर रहा हु वो कितना ही मुश्किल क्यू न हो पर मैं खूद से ही ये कहता हु की ये काम बहुत आसान है |
यकीन मानिए अगर आप सोचेंगे की काम आसान है तो वो आसान हो जाएगा |आप अगर सोचोगे की नहीं काम तो बहुत मुश्किल है तो वो मुश्किल हो जाएगा |
आप जिस काम को कर रहे है अगर आप उस काम में आने वाली सारी मुश्किलों के बारे में सोच रहे है तो प्लीज उसके बारे में सोचना बंद कर दे और उस बारे में सोचे के उस काम के बाद आप के साथ क्या क्या अच्छा होगा
Note: ऊपर बताई गई जानकारी बहुत सारे बड़े बड़े मोटीवेट स्पीकर ( व्यक्ति ) के जीवन शेली से बहुत सारी रिसर्च के बाद लिखा गया है
- छोटे आकार के लक्ष्य रखिए
क्या आपने कभी Ironman 3 मूवी देखि उसमे एक सीन है जिसमे एक प्लान से शायद 20 लोग नीचे गिर जाते है तो हमारा हीरो टोनी स्टार्क उन्हे बचाने के लिए जाता है ठीक है | सिर्फ दो लोगों को बचाने के बाद ही वो कहता है की सिर्फ 18 बाकी है |
कह तो वो ऐसा रहा था की की जैसे 18 को बचा लिया है और 2 ही बचे हो |
पर क्या आपने उस टाइम ये बात नोटिस की की की उसमे कितनी सोचने वाली बात थी की उसने 20 लोगों को बचाने के लिए शूरवात 2 लोगों से की | वो हर बार थोड़े थोड़े कर के लैस में सभी को बचा लेता है |
तो यही कहना
ऊपर बताई कहानी से मैं तो यही बताना चाहता हु की अगर कोई लक्ष्य बहुत बड़ा है तो उसे छोटे छोटे भागों में बाट दो और फिर काम करो
और हर छोटी सफलता पर जशन जरूर मनाए या खूद को ही शाबाशी दे
- आपको जानकारी की जरूरत है |
अगर एप मेरी ये लाइन पढ़ रहे तो मेरे खयाल से आप इसे फोन में या कंप्युटर पर पढ़ रहे होंगे पर |
मेरा आपसे हो सवाल है की आप को कैसे पता की आप सबसे पहले ब्राउजर खोलना है फॉर टाइप करना है और सर्च करना है |
आपने देखा होगा या सुना होगा या फिर पढ़ा होगा तभी तो आप मेरे ब्लॉग पर या सके तो
मैं तो यही कहना चाहता हु की आप रोज ज्यादा नहीं कम से कम 20 मिनट कोई किताब पढे , कोई स्किल पर काम करे या कुछ भी नया सीखे | आप जितना सीखेंगे उतना आप आगे बढ़ेंगे
जानकारी कोई भी हो पर आपको उस जानकारी का इस्तेमाल कैसे करना है जरूर पता होना चाहिए नहीं तो लाख किटाबे पढ़ लीजिए पर उन किताबों में रखी जानकारी का इस्तेमाल कैसे करना है ये नहीं पता तो सब waste है |
- उन बातों की चिंता करना छोड़ दीजिए जिसका आपसे कोई लेना देना ही नहीं है
मेरे साथ प्रॉबलम ये थी की मैं कोई काम करना एकी कोशिश करता था तो उन बातों के बारे में सोचने लग जाता जिसका मेरे से कोई लेना देना नहीं है और असफलता के बारे में सोचने लग जाता | और तब मैं हमेशा असफल ही होता पर
मैंने एक दिन सिर्फ सफलता के बारे में सोचा और काम हो गया
मेरे साथ बहुत बार ऐसा हो चुका है जैसे पढ़ाई करता तो मन भटक जाता , चलते वक्त किसी चीज के बारे में सोचने लग जाता |क्युकी मेरा मान मेरे काबू में नहीं था
पर खेर वो सब पुरानी बाते है आपको तो ये जानना चाहिए की मैं काम पर फोकस कैसे कर पाता हु | मैं 3 बातों के बारे में पहले सोच लेता हु फिर बाकी काम आपने आप ही हो जाता है –
- मुझे काम कब तक करना है |
- क्यू कब कैसे और कहा पर करना है |
- क्या फायदा होगा
बस इन बातों का ही ध्यान रखिए आप भी खुश रहेंगे
5. बस कर दो
जब कोई निर्णय लेना हो और टाइम बहुत काम हो तो बस कर दीजिए क्युकी टाइम तो पहले ही नहीं है और सोचने का वक्त भी नहीं है |
जीतने भी बड़े लोग हुए है उनमे कुछ बाते कॉमन है अगर वो कोई काम करते है और उसमे नाकाम होते है तो वो ज्यादा निराश ना होकर उसे ठीक कैसे कीया जाए उस पर ध्यान देते है |
गीता में भी लिखा है कर्म कीये जा फल की चिंता मत कर
अगर वक्त कम हो तो सिर्फ काम करने पर ध्यान दो उसका परिणाम क्या होगा उस पर ध्यान मत तो |
- सही वक्त का इंतेजार |
एक बार में सर्दी के मॉसम में आपं के पेड़ पर आम तोड़ने के लिए चड़ गया और मुझे कोई भी आम नहीं मिला क्युकी में गलत टाइम पर छड़ा था |
पर सच कहू तो उस वक्त मुझ में सब्र नहीं था में इंतेजार तो करना ही नहीं चाहता था मैं की बार गलत वक्त पर गलत निर्णय लेने की वजह से मुसीबत में फसा हु
मेहनत करते रहिए और सही वक्त का इंतेजार करिए और अपना दाव खेले |
- अपनी सफलता का जशन मनाइए |
जिस चीज के लिए इतनी मेहनत कर रहे है अगर वो मिल जाए तो उस चीज की , सफलता की खुशी मनाना बहुत जरूरी नहीं तो जिंदगी उबाऊ बन जाएंगी
खुशी है तो खुशिया जरुऋ मनाए चाहे वो खुशी छोटी सी जीत की क्यू ना हो
Ending :- तो दोस्तों आज के ब्लॉग में बस इतना ही अगर आपको ब्लॉग पसंद आया हो और बाते अच्छी लगी हो तो इसे जिंदगी में लागू करे
गुड बाय ✅